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वार्ड 38 की महिलाओं ने पानी के लिए किया प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी

Aastha News / Madhubani 

मधुबनी : तेज धूप और नीचे लुढ़कते जलस्तर ने शहरवासियों को पानी के लिए मोहताज बना दिया है। लोग पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। पेयजल की किल्लत को लेकर सोमवार को वार्ड 38 की महिलाओं ने बसुआरा चौक के पास मुख्य सड़क पर खाली बर्त्तन लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। 


महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं के प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर टाउन प्लानर मो. अदनान ने टैंकर से पानी की सप्लाई करने का निर्देश दिया और पानी की आपूर्ति तत्काल टैंकर से करने का आश्वासन लोगों को दिया। 
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इसके बाद जाम खत्म किया गया। पानी की समस्या को लेकर यहां के लोगों में काफी आक्रोश है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर निगम के गठन का तीसरा साल चल रहा है, लेकिन यहां पर अब तक हर घर नल-जल योजना की बदहाली दूर नहीं हो सकी है। इसका नतीजा यह है कि गर्मी में बीते तीन महीनों से लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। आजिज होकर बसुआरा नवटोली की दर्जनों महिलाएं बाल्टी लेकर सड़क पर उतर आईं और पानी की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगीं। नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि पेयजल आपूर्ति की समस्याओं का शीघ्र ही समाधान होगा।
इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। वैकल्पिक व्यवस्था की मांग सीता देवी, सुरेश मुखिया, रामवती देवी, नीलम देवी, पूजा देवी, दुर्गा देवी, सुनीता देवी, लीला देवी, संतोष यादव, दिलीप मंडल समेत अन्य लोगों ने बताया कि वार्ड की अधिकतर चापाकल सूख चुके हैं। हर दिन सुबह-शाम छोटे-छोटे बच्चों के साथ पानी की तलाश में इधर-उधर भटकना पड़ता है। लेकिन अब तक न तो नल-जल योजना का लाभ मिला और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई। पूजा देवी ने बताया कि दो साल से गर्मी के समय यही हालात हैं। 
निजी चापाकल से भी अब पानी मिलना बंद हो गया है। वार्ड में नल-जल योजना की पाइपलाइन गई जरूर है लेकिन किसी घर तक पानी नहीं पहुंच रहा है। स्थानीय निवासी कौशल किशोर मंडल ने बताया कि वार्ड के बसुआरा नवटोली स्थित जलमीनार की बोरिंग स्थानीय लोगों ने आपसी सहयोग से मरम्मत कराई है। लेकिन उस जलमीनार पर पानी टंकी नहीं लगाई गई है। पाइपलाइन भी घरों तक ठीक से नहीं जुड़ा है। 
नतीजा यह है कि बोरिंग चालू होने के बावजूद न तो पानी घरों तक पहुंचता है और प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। पाइपलाइन जगह-जगह ध्वस्त हो चुकी है। नीलम देवी ने कहा कि हर साल गर्मी में यह संकट बढ़ जाता है। ठंड के मौसम में चापाकल से थोड़ा-बहुत पानी मिलता है, लेकिन गर्मी आते ही वे भी बंद हो जाते हैं। लोग नल-जल योजना से वंचित हैं और अब सब्र का बांध टूट रहा है। वार्ड पार्षद शिवजी देवी ने बताया कि यहां की समस्या को लेकर ज्ञापन दिया गया है।
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