मधुबनी में मधुश्रवणी-पंचमी का पर्व मनाया गया, जो 15 दिनों तक चलता है। यह पर्व नवविवाहित जोड़ों के लिए विशेष महत्व रखता है और इसमें नाग-नागिन की पूजा की जाती है, जिसमें सांप को दूध पिलाया जाता है और बासी फूल चढ़ाए जाते हैं। यह पर्व मुख्य रूप से मैथिल ब्राह्मण और सोनार समुदायों में मनाया जाता है।
मधुश्रवणी-पंचमी, जिसे मौना पंचमी भी कहा जाता है, सावन महीने में मनाया जाता है। इस दौरान, नवविवाहिताएं 15 दिनों तक व्रत रखती हैं और बासी फूल, सात प्रकार के पत्ते जैसे जाहि, जूही, अमरुद, नीम, नींबू आदि से नाग-नागिन की पूजा करती हैं। पूजा में नाग-नागिन की प्रतिमाएं मिट्टी या चांदी की बनी होती हैं।
यह पर्व सुहाग की रक्षा और सर्पभय से मुक्ति के लिए मनाया जाता है, आस्था न्यूज के अनुसार और मिथिलांचल में इसका विशेष महत्व है।
अपने गाँव / गली / मोहल्लों के कुख्यात अपराधियों को पकड़ने में पुलिस का सहयोग करें।
उनसे संबंधित सूचना देने हेतु कॉल करें- हेल्पलाइन नंo 14432
उपभोक्ता मामले विभाग (DoCA) रोज़ाना आपके खाने की ज़रूरी चीज़ों के दाम पर नज़र रखता है, ताकि आपको मिले सस्ती और उपलब्ध सामग्री!


0 Comments