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चैती छठ व्रत पूजा
Chhath Puja 2025: मंगलवार को नहाय-खाय के साथ चैती छठ की शुरुआत हो गयीI छठ व्रती गंगा स्नान कर अपने-अपने घरों में प्रसाद बनाते दिखे. नहाय- खाय के दिन छठ व्रत करने वाले श्रद्धालुओं ने दाल-चावल के साथ कद्दू की सब्जी को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया. वैदिक मान्यताओं के अनुसार नहाय-खाय से छठ के पारण सप्तमी तिथि तक उन भक्तों पर षष्ठी माता की कृपा बरसती हैI सूर्य षष्ठी का व्रत आरोग्यता, सौभाग्य व संतान के लिए किया जाता है. आज खरना (लोहंडा) अनुष्ठान के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जायेगा I
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छठ में प्रयोग होने वाले प्रसाद का है खास महत्व
छठ महापर्व के पूजन व प्रसाद सामग्री के रूप में व्रती सिंदूर, चावल, बांस की टोकरी, धूप, शकरकंद, पत्ता लगा हुआ गन्ना, नारियल, कुमकुम, कपूर, सुपारी, हल्दी, अदरक, पान, दीपक, घी, गेहूं, गंगाजल आदि का उपयोग करती है. जैसे- सूप, डाला: अर्घ में नये बांस से बनी सूप व डाला का इस्तेमाल किया जाता हैI सूप से वंश वृद्धि तथा उनकी रक्षा होती है. ईख: ईख आरोग्यता का घोतक है. ठेकुआ : ठेकुआ समृद्धि का द्योतक होता है. ऋतु फल: ऋतु फल के फल से विशिष्ट फल की प्राप्ति होती हैI
पारंपरिक साड़ियों की रही जबरदस्त मांग
नहाय-खाय के साथ चैती छठ की शुरुआत होते ही बाजारों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा हI व्रती महिलाएं छठ पूजा की तैयारियों में जुट गयी हैं. महिलाएं इस पर्व के लिए पूरी श्रद्धा से तैयारियां कर रही हैं, जहां वे मंगलवार को साड़ियों और पूजा सामग्री की खरीदारी करती दिखींI सबसे ज्यादा खरीदारी साड़ियों रही. पटना के बाजार पारंपरिक और आधुनिक साड़ियों के शानदार कलेक्शन से सजे हुए हैं, जहां महिलाओं की भीड़ उमड़ रही हैI
खरना व अर्घ्य का मुहूर्त
बुधवार : खरना पूजा – संध्या 06:10-07:15 बजे तक
गुरुवार : अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य : शाम 06:10 बजे तक
शुक्रवार : उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य : सुबह 05:49 बजे के बाद
फलों की रही डिमांड, खूब हुई खरीदारी
चैती छठ को लेकर फल बाजार तैयार है. हालांकि गर्मी के कारण कुछ फलों की आवक बहुत कम हो गयी हैI इसके कारण फलों की मांग में काफी इजाफा हुआ है. फल विक्रेताओं ने बताया कि गर्मी बढ़ने के साथ -साथ फलों की कीमतों में बढ़ोतरी हो गयी हैI सबसे अधिक वृद्धि केला, सेब, अंगूर,
संतरा, अनार और अमरूद में हुई हैI
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